Mutual fund Rochak Tathya – म्यूचुअल फंड से जुड़े रोचक तथ्य – इस लेख में हम आपको म्यूचुअल फंड से जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्यों से रूबरू कराने जा रहे हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आपको म्यूचुअल फंड से जुड़े अच्छी खासी जानकारी प्राप्त हो जायेगी.
भारत में म्यूचुअल फंड की नौकरी सबसे अच्छी नौकरी में से एक है. यदि आप म्यूचुअल फंड की तलाश कर रहे हैं, तो यह एक आकर्षक और बेहतर करियर विकल्प हो सकता है. क्योंकि इसमें अच्छे वेतन के साथ काफी अच्छी सुविधाए भी मिलती है.
इस लेख में आप म्यूचुअल फंड से जुड़े रोचक तथ्य के बारे में जानने वाले है, जो आपको म्यूचुअल फंड के बारे में जानकारी प्रदान करेगा, साथ ही यह आपको म्यूचुअल फंड की नौकरी पाने में भी सहायक हो सकता है.
तो चलिए अब बिना समय गवाएं आगे बढ़ते है और म्यूचुअल फंड से जुड़े रोचक तथ्य (Mutual fund Se Jude Rochak Tathya) से आपको परिचित कराते है.
म्यूचुअल फंड से जुड़े रोचक तथ्य – (Mutual fund Se Jude Rochak Tathya)
1. भारत में म्यूचुअल फंड उद्योग की शुरुआत वर्ष 1963 में यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (UTI) के गठन के साथ हुई, UTI की स्थापना भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारत सरकार की पहल पर हुई, UTI ने 1964 में पहली यूनिट योजना शुरू की.
2. म्यूचुअल फंड में सबसे पहले आपको अपने निवेश के उद्देश्य को परिभाषित करना होगा, आपके पास अलग-अलग उत्पादक विकल्प होंगे जैसे आय, धन वृद्धि और संतुलित उत्पादक, अपने उद्देश्य के आधार पर आप अपनी उत्पादक रणनीति तैयार कर सकते हैं.
3. अगर कोई व्यक्ति पहली बार शेयर बाजार में निवेश करना चाहता है तो वित्तीय विशेषज्ञ उसे म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह देते हैं.
4. म्युचुअल फंड निवेशकों को यूनिट जारी करके और प्रस्ताव दस्तावेज में बताए गए उद्देश्यों के अनुसार प्रतिभूतियों में धन का निवेश करके पैसा जमा करने का एक साधन है.
5. म्यूचुअल फंड आज के समय में एक तेजी से लोकप्रिय निवेश विकल्प है, खासकर युवाओं में इसका क्रेज ज्यादा देखा जा रहा है, यह एक ऐसा साधन है, जिसके जरिए एकमुश्त या मासिक एसआईपी के जरिए निवेश की शुरुआत की जा सकती है.
6. म्यूच्यूअल फण्ड के मैनेजर आपके पैसों का निवेश बहुत ही सोच समझ कर करते हैं, ताकि आपको कम से कम नुकसान हो और अच्छा रिटर्न मिले.
7. म्युचुअल फंड में निवेश के अपने जोखिम हैं, इसके बावजूद अगर नियमित निवेश बनाए रखा जाए तो म्युचुअल फंड एफडी, आरडी जैसे पारंपरिक विकल्पों की तुलना में अधिक रिटर्न दे सकते हैं, हालांकि, भारत में म्यूचुअल फंड उद्योग से जुड़े कुछ रोचक तथ्य जानिए.
8. हर व्यक्ति म्यूचुअल फंड में निवेश कर लाभ कमाना चाहता है, लेकिन जानकारी के अभाव में व्यक्ति यह नहीं समझ पाता कि म्यूचुअल फंड में निवेश कब, क्यों और कैसे करें.
9. म्यूचुअल फंड में निवेश करने के दो तरीके हैं, एक एकमुश्त राशि जिसमें आप एक बार में एक छोटी राशि जमा करते हैं और दूसरा है एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान जिसमें आप एक निश्चित समय अवधि में एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं.
10. म्युचुअल फंड पैसे का एक सामान्य पूल है जिसमें निवेशकों द्वारा समान निवेश उद्देश्यों के साथ योगदान किया जाता है, जो योजना के परिभाषित उद्देश्यों के अनुसार निवेश किया जाता है.
11. ऐसा माना जाता है कि म्यूचुअल फंड निवेश में बहुत अधिक जोखिम होता है क्योंकि यह शेयर बाजार में निवेश के समान है, ऐसी मान्यता है कि म्यूचुअल फंड निवेश केवल इक्विटी बाजार में निवेश करता है.
12. म्यूच्यूअल फण्ड के बढ़ते प्रचार के कारण लोगों की दिलचस्पी इसमें बढ़ी है, अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए और जल्दबाजी में निवेश नहीं करना चाहिए.
13. भारतीय म्युचुअल फंड उद्योग ने भारतीय निवेशकों के लिए कई आकर्षक निवेश अवसर खोलना शुरू कर दिया है, अब हम यह देखने लगे हैं कि बचत को बैंक में अकेले रखने के बजाय धन में बदल दिया जा रहा है.
14. म्युचुअल फंड द्वारा उत्पादककों को उनके द्वारा उत्पादक की गई धन राशि के अनुसार यूनिट जारी किए जाते हैं, म्यूचुअल फंड के उत्पादककों को यूनिटधारक के रूप में जाना जाता है.
15. म्युचुअल फंड एक निवेश विकल्प है जिसमें लोगों के एक समूह द्वारा एकत्र किए गए धन का विभिन्न निवेश विकल्पों में उत्पादक रूप से उपयोग किया जाता है, भारत में म्यूचुअल फंड की शुरुआत 1963 में हुई जब सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने एक म्यूचुअल फंड शुरू किया.
16. पिछले कुछ दशकों में यह देखा गया है कि म्यूचुअल फंड बाजार ने अच्छा रिटर्न दिया है और उनके रिटर्न को देखकर अन्य मान्यता प्राप्त फंडों में भी निवेश करने की इच्छा है.
17. किसी भी व्यक्ति को सबसे पहले अपने लक्ष्य तय करने होते हैं, उसके बाद निवेश को लेकर योजना बनाकर आगे बढ़ते हैं तो सफलता अवश्य मिलती है.
18. अगर आप शेयर बाजार में निवेश की बारीकियां सीखना चाहते हैं तो भी शुरुआत में आपको म्यूचुअल फंड में कुछ समय के लिए निवेश कर पैसा बढ़ाने और घटाने की प्रक्रिया को समझना चाहिए.
19. सबसे पहले अपने आप से यह सवाल पूछें कि आप म्यूचुअल फंड में निवेश क्यों करना चाहते हैं, निवेश करने से पहले अपनी जोखिम सहन करने की क्षमता का पूरी तरह हिसाब कर लें.
20. म्यूचुअल फंड से जुड़ी सबसे आम गलत फहमी यह है कि इसमें निवेश करने के लिए हमें एक बड़ी रकम की जरूरत होती है, जो पूरी तरह से गलत है.
21. म्युचुअल फंड एक अच्छा विकल्प है क्योंकि आपका पैसा विशेष फंड प्रबंधकों द्वारा प्रबंधित किया जाता है, जो समय-समय पर आपके विभाग को जोखिम और रिटर्न के अनुसार संतुलित करते हैं, इसलिए यदि आप विशेष नहीं हैं, तो भी आप निवेश कर सकते हैं.
22. म्यूचुअल फंड को अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लोगों से कई संदेश मिलते हैं कि वे म्यूचुअल फंड में कैसे निवेश कर सकते हैं, कुछ सेवानिवृत्ति के लिए सर्वश्रेष्ठ म्यूचुअल फंड के बारे में जानना चाहते हैं, कुछ पूछते हैं.
23. म्युचुअल फंड अब शायद अधिकांश निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त निवेश अवसरों में से एक है, क्योंकि वित्तीय बाजार अधिक परिष्कृत और जटिल हो गए हैं, निवेशकों को एक वित्तीय मध्यस्थ की आवश्यकता होती है जो उन्हें ज्ञान और कौशल प्रदान कर सके जो उन्हें उचित निर्णय लेने में सक्षम बनाए.
24. इस तरह से म्यूच्यूअल फण्ड में आपका शेयर किया हुआ पैसा सामूहिक रूप से निवेश किया जाता है, जो भी लाभ होता है वह सभी के निवेश शेयर के हिसाब से बांटा भी जाता है.
25. इसके तहत, लाभ या हानि निवेशकों द्वारा उनके निवेश के अनुपात में साझा की जाती है, म्यूचुअल फंड आम तौर पर कई योजनाओं के साथ आते हैं जो समय-समय पर विभिन्न निवेश उद्देश्यों के साथ शुरू की जाती हैं.
26. UTI का गठन 1963 में संसद के एक अधिनियम के तहत किया गया था, शुरुआत में यह RBI के अधीन काम करता था, वर्ष 1978 में UTI को RBI से अलग कर दिया गया, भारतीय औद्योगिक विकास बैंक (IDBI) को RBI द्वारा UTI के रूप में बदल दिया गया.
27. आजकल म्यूच्यूअल फण्ड को लेकर काफी उत्सुकता है, जो लोग मार्किट के बारे में जानते है वो मार्किट से जुड़े म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते है लेकिन कई लोग ऐसे भी है जो म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना चाहते है लेकिन कर नहीं पाते है.
28. म्यूच्यूअल फण्ड का हिंदी में अर्थ होता है- म्युचुअल फण्ड, थोड़ी और सरल भाषा में बहुत से लोगों द्वारा शेयर की गयी राशि को म्यूच्यूअल फण्ड कहा जा सकता है, वास्तव में म्यूच्यूअल फण्ड में कई लोगों का पैसा एक साथ शेयर बाजार या निवेश योजनाओं में लगाया जाता है.
29. आपने म्यूचुअल फंड में निवेश किया है या नहीं, यहां हम नए निवेशकों के लिए कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं, जो उन्हें सही म्यूचुअल फंड में निवेश करने में मदद मिलेगी.
30. म्यूच्यूअल फण्ड विशेष रूप से वे उत्पादक संस्थान होते हैं जो ग्राहक (Investor) को अपनी सेवाएँ प्रदान करते हैं, ये संस्थाएँ बड़ी संख्या में उत्पादकों से धन एकत्रित कर विभिन्न स्थानों पर उनका उत्पादन करती हैं.
31. इस प्रकार म्यूचुअल फंड कंपनी अपने सभी ग्राहकों (निवेशकों) का पैसा एकत्र करती है और सामूहिक धन को सही समय पर और सही तरीके से निवेश करके लाभ कमाती है और उस लाभ को सभी सदस्यों (Investors) को उनके अनुपात में वितरित करती है.
32. म्यूचुअल फंड में मिलने वाला रिटर्न भी मिक्स ऑफ फंड्स पर निर्भर करता है, ऐसे में रिटर्न की कोई निश्चित गारंटी नहीं होती है, यह रिटर्न बाजार और अन्य फंड के उतार-चढ़ाव के आधार पर बदलता रहता है.
33. जल्दबाजी में निवेश न करें, जो समय बीत चुका है उसकी भरपाई नहीं हो सकती है, निवेश के मामले में जल्दबाजी में कोई कदम न उठाएं, कई निवेशक पहले म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करते हैं और फिर लोगों से पूछते हैं कि क्या यह बहुत फायदेमंद है.
34. तीसरे चरण को 1993 में म्यूचुअल फंड उद्योग में निजी और विदेशी क्षेत्रों के प्रवेश द्वारा चिह्नित किया गया था, पहला प्रवेशी कोठारी पायनियर म्यूचुअल फंड था जिसे विदेशी फंडों के सहयोग से लॉन्च किया गया था.
35. निवेश करने वाले लोगों का पैसा कहां और कैसे लगाना है, यह विशेषज्ञों वित्तीय विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा किया जाता है, यह टीम एक फंड मैनेजर के अधीन काम करती है, उस टीम में बाजार और शेयर बाजार को समझने वाले पेशेवर होते हैं.
36. वर्ष 1987 से, सार्वजनिक क्षेत्र के फंडों ने म्यूचुअल फंड उद्योग में प्रवेश किया, इस दौरान कई बैंकों ने म्यूचुअल फंड उद्योग में प्रवेश किया, SBI ने 1987 में इस उद्योग में प्रवेश किया, SBI म्यूचुअल फंड पहला NONUTI म्यूचुअल फंड था.
37. म्यूचुअल फंड बाजार से आमतौर पर लोगों को अच्छा रिटर्न मिलता है, लेकिन म्यूचुअल फंड को लेकर कुछ मिथ हैं जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं.
38. यदि आप कोई ऐसी स्कीम बेचना चाहते हैं जो आपके लिए उपयुक्त नहीं है, तो आपको एग्जिट लोड और कैपिटल गेन टैक्स देना पड़ सकता है, इससे आपकी निवेशित पूंजी का मूल्यह्रास होता है, इसलिए निवेश करने से पहले आपको पता होना चाहिए.
39. इसमें शेयर बाजार की तुलना में जोखिम कम होता है क्योंकि आपका पैसा विभिन्न प्रकार के फंड और क्षेत्रों में निवेश किया जाता है, ज्यादातर निवेशक सोचते हैं कि आपका पैसा केवल इक्विटी बाजार में लगाया जाता है जो कि सही नहीं है, आपका पैसा है.
40. म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह देने वालों और इसके खिलाफ सलाह देने वालों की राय जानकर ऐसे लोग आपस में उलझ जाते हैं, म्यूचुअल फंड में निवेश के बारे में तो हम बहुत बात कर चुके हैं, आज हम म्यूचुअल फंड की ही बात करेंगे.
41. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 1996 में म्यूचुअल फंड विनियमन अधिनियमित किया, जिसने म्यूचुअल फंड उद्योग के लिए पहला व्यापक नियामक ढांचा स्थापित किया, जिसके बाद निजी और संयुक्त क्षेत्रों द्वारा कई म्यूचुअल फंड की स्थापना की गई.
42. कंपनियों और उनके शेयरों के पिछले रिकॉर्ड और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए, टीम लोगों के पैसे को इस तरह से निवेश करती है कि यह कम से कम नुकसान के साथ अच्छा रिटर्न दे सके.
43. जिस तरह शेयर लिस्टेड होते हैं उसी तरह म्यूच्यूअल फण्ड भी स्टॉक मार्केट में लिस्टेड होते हैं, जिस तरह शेयर ख़रीदे और बेचे जाते हैं उसी तरह म्यूच्यूअल फण्ड भी ख़रीदे और बेचे जाते हैं.
44. म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए डीमैट खाते की आवश्यकता नहीं है, आपको बता दें कि डीमैट खाता एक ऐसा खाता है जहां आप अपने सभी निवेश को डीमैटरियलाइज्ड रूप में रखते हैं, इसमें आप अपने इक्विटी निवेश, बॉन्ड और निवेश कर सकते हैं.
45. आपको हमेशा योजना के दीर्घकालिक प्रदर्शन को देखना चाहिए, आपको यह देखना चाहिए कि योजना ने वर्षों में कैसा प्रदर्शन किया है, लगातार प्रदर्शन करने वाली योजनाओं में निवेश करना हमेशा फायदेमंद होता है.
46. म्युचुअल फंड में निवेश करने का एक प्राथमिक लाभ यह है कि निवेशक को अपने वित्त के पेशेवर प्रबंधन का लाभ मिलता है.
47. एक व्यक्तिगत निवेशक के बजाय एक पूर्णकालिक, उच्च-स्तरीय निवेश पेशेवर होने के नाते, एक अच्छा निवेश प्रबंधक अधिक उपयोगी होता है और उन कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करने में बेहतर होता है जिन्हें म्यूचुअल फंड ने निवेश करने के लिए चुना है.
48. जबकि कई नौसिखिए फाइव स्टार रेटेड योजनाओं या रिटर्न चार्ट में सबसे ऊपर वाली योजनाओं के लिए जाते हैं, यह इक्विटी म्यूचुअल फंड चुनने का सही तरीका नहीं है.
49. आप म्यूचुअल फंड रख सकते हैं, लेकिन म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए डीमैट खाता होना जरूरी नहीं है, आप बिना डीमैट खाता खोले म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.
50. शेयर्स की तरह म्यूचुअल फंड्स में भी उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन शेयर्स और म्यूचुअल फंड्स में मुख्य अंतर यह है कि म्यूचुअल फंड्स सिर्फ निवेश तक ही सीमित होते हैं.
51. प्रबंधकों के पास महत्वपूर्ण बाजार जानकारी तक अप-टू-डेट पहुंच होती है और वे सबसे बड़े और सबसे अधिक लागत प्रभावी पैमाने पर व्यापार करने में सक्षम होते हैं.
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